द्वारा: Dr. John Ankerberg, Dr. John Weldon; ©1999
दो भागों की श्रृंखला के इस दूसरे भाग में, Drs. Ankerberg and Weldon अपने निष्कर्ष और विवक्षाओं की पड़ताल करते हैं.
अविश्वसनीय भविष्यवाणिंया: क्या वे सिद्ध करती है कि परमेश्वर है? भाग 2
ये विशेष भविष्यवाणिंया यदि मसीहा में पूरी हो गई है, तो संभावना विज्ञान क्या यह स्वीकार करेगा कि परमेश्वर है?
जैसा कि हमने अपने पिछले लेख में कहा था, वेस्टमोंट कॉलेज में विज्ञान के प्रोफेसर Emeritus, Peter Stoner, ने किसी एक व्यक्ति द्वारा मसीह से जुड़ी सभी भविष्यद्वाणियों को पूरा करने की संभावना को आंका है। ये अनुमान, 600 कॉलेज विद्यार्थियों की बारह अलग अलग कक्षाओं द्वारा आंके गए थे.
विद्यार्थियों ने सभी तथ्यों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया, सभी भविष्यद्वाणियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की, और उन सभी अलग-अलग परिस्थितियों की गहरी पड़ताल की जो जो इस बात का संकेत कर सकती थीं कि किसी भविष्यद्वाणी को पूरा करने के लिए लोगों ने मिलकर कोई षडयंत्र किया होगा. उन्होंने अपने अनुमानों को बहुत संकीर्ण रखा, ताकि संशयवादी भी उससे सहमत हो सके.
लेकिन तब प्रोफेसर स्टोनर ने उनके अनुमानों को लिया, और उन्हें और अधिक संकीर्ण बना दिया. साथ ही उन्होंने बाकी संशयवादियों या वैज्ञानिकों को भी अपने अनुमान देने को प्रोत्साहित किया, ताकि वे यह देख सकें कि निकाले गए निष्कर्ष निष्पक्ष और सही थे. अंत में, उन्होंने समीक्षा के लिए अपने आँकड़ें कमेटी ऑफ द अमेरीकन साइंटिफिक अफीलिएशन में जमा कर दिये. पड़ताल करने के बाद कमेटी ने यह सत्यापित किया कि पेश की गई वैज्ञानिक सामग्री के संबंध में उनकी गणना विश्वसनीय और सही थी. [1]
उदाहरण के लिए, मीका 5:2, को लेते हैं, जहाँ वचन कहता है कि मसीहा का जन्म बैथलेहम एप्राता में होगा. स्टोनर और उनके विद्यार्थियों ने मीका के समय से लेकर वर्तमान समय तक, बैथलेहम की जनसंख्या का औसत निर्धारित किया, और इसके बाद इसी अवधि के लिए पृथ्वी की जनसंख्या के औसत से उसका विभाजन कर दिया. उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि एक व्यक्ति के बैथलेहम में पैदा होने की संभावना 2.8 x l05 या कि 300,000 में से 1 थी.
आठ अलग भविष्यद्वाणियों की जाँच करने के बाद उन्होंने अनुमान लगाया कि एक व्यक्ति द्वारा 8 भविष्यद्वाणियाँ पूरी करने की संभावना 10¹⁷ में से एक थी.
यह दिखाने के लिए कि 10¹⁷ (17 शून्योंवाली संख्या) कितनी बड़ी संख्या है, स्टोनर ने यह उदहारण पेश किया. पूरे टैक्सास शहर को रजत डालरों से, दो फुट की गहराई तक ढाँपने की कल्पना करें. पूरे शहर को भरने के लिए 10¹⁷ रजत डालरों की ज़रुरत होगी. अब, किसी एक रजत डालर को उठाएँ, उसमें एक चिन्ह लगाएँ, और फिर उसे हवाई जहाज़ से नीचे गिरा दें. इसके बाद शहर में फैले सभी रजत डालरों को अच्छी तरह उलट-पलट दें.
ऐसा करने के बाद, किसी व्यक्ति की आँखों में पट्टी बाँध दें और उसे कहे कि वह डालरों के उस ढेर के पास जाकर, वही डालर निकाले जिस पर हमने वह चिन्ह लगाया था, और इसके लिए वह पूरे शहर में कहीं भी जा सकता है.
पूरे टैक्सास शहर में बिखरे रजत डॉलरों में से केवल एक डॉलरों निकालना, किसी व्यक्ति द्वारा आठों भविष्यद्वाणियाँ पूरी करने के समान होगा.
आर्थिक दृष्टिकोण से कहें तो, क्या कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो ऐसे उपक्रम में निवेश नहीं करेगा जिसके विफल होने की संभावना 10¹⁷? हम है सुनिश्चित निवेश की यही जो तरह किसी बात में उनके मसीहा के लिए परमेश्वर की पेशकश की.
Professor Stoner ने निष्कर्ष निकाला कि: “आठ भविष्यवाणियों का पूरा हो जाना इस बात को प्रमाणित करता है कि परमेश्वर ने ही उन भविष्यवाणियों के लेखन को ऐसी निश्चितता की सीमा तक प्रेरित किया था कि उसकी संपूर्णता में केवल 10¹⁷ में से एक की असंभावना थी.” [2]
दूसरे शब्दों में, बाइबल में मसीहा से जुड़े पहचान के चिन्हों को अनदेखा करनेवाला व्यक्ति मूर्ख होगा.
लेकिन, निश्चय ही, भविष्यवाणियाँ आठ से कहीं अधिक हैं. दूसरी गणना में Stoner ने 48 भविष्यवाणियाँ ली (हलाकि वे 456 का प्रयोग भी कर सकते थे), और बहुत ही संकीर्ण अनुमान निकालते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति में 48 भविष्यवाणियों के पूरा होने की संभावना 10¹⁵⁷.[3]
10¹⁵⁷ में से 1, कितनी बड़ी संख्या है? 10¹⁵⁷ में 157 शून्य होते हैं! चलिए इलेक्ट्रोनों का प्रयोग करके इस संख्या को समझाने का प्रयास करें.
इलेक्ट्रान बहुत ही सूक्ष्म होते हैं. वे परमाणु से भी छोटे होते हैं. 1015 को 2.5 गुणा करने पर आई संख्या के इलेक्ट्रोनों को साथ-साथ मिला कर रखने से, एक इंच बनता है. यदि हम हर सेकण्ड 4 इलेक्ट्रानों की गणना करें, और ऐसा हम दिन-रात करते रहें, तो भी, केवल एक इंच इलेक्ट्रान की पंक्ति को गिनने में हमें 1 करोड़ नब्बे लाख वर्ष का समय लगेगा.
लेकिन 10¹⁵⁷ की संख्या में कितने इलेक्ट्रोनों होंगे? इलेक्ट्रोनों की एक ठोस गेंद बनाने की कल्पना करें, जो धरती से सभीदिशाओं में 6 बिलियन प्रकाशवर्ष की दूरी तक जाती है. केवल एक एक प्रकाशवर्ष की दूरी ही 6.4 त्रिल्लियन मील के बराबर होती है. अवश्य ही यह एक बहुत विशाल गेंद होगी! लेकिन इतनी भी विशाल नहीं कि 10¹⁵⁷ इलेक्ट्रोनों को माप सके.
ऐसा करने के लिए, आपको इलेक्ट्रोनों की एक इतनी विशाल गेंद लेनी होगी जो सभी दिशाओं में 6 बिलियन प्रकाशवर्ष की दूरी तक जाए, और फिर इसे 6 x l028 से गुणा करना होगा! यह कितनी विशाल है? यह उस स्थान की लंबाई है जो उन कई खरबों महाकाय गेंदों को रखने के लिए चाहिए होगी। वास्तव में, इन सभी महाकाय गेंदों को एक साथ रखने के लिए जितनी जगह चाहिए होगी, वह तो 10¹⁵⁷ इलेक्ट्रोनों की संख्या के नोंक के बराबर भी नहीं है.
ऐसा मानते हुए कि आपको 10¹⁵⁷ की संख्या का अंदाज़ा होगा, अब ज़रा उन इलेक्ट्रोनों में से किसी एक पर चिन्ह लगाने की कल्पना करें. उन्हें अच्छी तरह से उलट-पलट लें. इसके बाद किसी व्यक्ति से कहें कि वह एक रॉकेट लेकर इस विशाल संख्या में जहाँ चाहें वहाँ यात्रा करे. उससे कहें कि वह किसी एक खंड में रुके, एक उच्च शक्तिवाला सूक्ष्मदर्शी ले, और उस चिन्हित इलेक्ट्रॉन को उस पूरे खंड में खोजे. आपके विचार में उसके सफल होने की कितनी संभावना है? 10¹⁵⁷ में से एक.
याद रहे, यह संख्या, एक व्यक्ति में मात्र 48 भविष्यद्वाणियों के पूरे होने की संभावना से जुड़ी है. यह उदाहरण हमें दिखाता है कि मसीहा से जुड़ी सभी भविष्यद्वाणियों के एक व्यक्ति में संयोगवश पूरे होने की बात कितनी असंभव है. वास्तव में, संभाव्यता सिद्धांत के एक प्रमुख विशेषज्ञ, एमील बोरेल, अपनी पुस्तक, Probabilities and Life, में कहते हैं, कि 10⁵⁰ की संभाविता को पार कर जाने के बाद, संभाविता इतनी सूक्ष्म हो जाती है कि उसके कभी होने की संभावना बिल्कुल असंभव हो जाती है.[4]
यह रहा 10¹⁵⁷ की संख्या की विशालता और इस तथ्य को दिखानेवाला एक अंतिम उदाहरण कि संभाव्यता का विज्ञान क्यों यह दिखाता है कि हम चमत्कार पर चर्चा कर रहे हैं. कल्पना करें कि एक चींटी, हर 1.5 करोड़ सालों में बस एक इंच की दूरी तय करती है. यदि वह एक समय में, केवल एक परमाणु ही लेकर जा सके, तो 10¹⁵⁷ सालों में वह कितने परमाणु ले जा सकेगी? अचंभित कर देनेवाली इतनी धीमी गति से चलने के बावजूद, वह हमारे ब्रह्माण्ड के आकार के लगभग 600000, दस खरब ,दस खरब ,दस खरब ,दस खरब ब्रह्माण्डों के सभी परमाणुओं को, 3 करोड़ प्रकाशवर्ष की दूरी तक ले जा चुकी होगी! [5]
एक बार फिर, इन सबका केवल यही अर्थ है कि एक व्यक्ति में 48 भविष्यद्वाणियों का संयोगवश पूरा होना असंभव बात है. इससे यही सिद्ध होता है कि अवश्य ही एक परमेश्वर है, और उसी ने यह जानकारी दी होगी.
नोट्स
1. ↑ पीटर डब्ल्यू स्टोनर, विज्ञान बोलती: भविष्यवाणी पवित्र शास्त्र की शुद्धता के वैज्ञानिक सबूत (शिकागो, मूडी प्रेस, 1969), पृ. 4.
2. ↑ Ibid., पृ. 107.
3. ↑ Ibid., पृ. 109.
4. ↑ एमिल बोरेल, संभावनाओं जीवन (न्यूयॉर्क, डोवर, 1962), CHS. 1-3.
5. ↑ याकूब Coppedge, विकास संभव वा असंभव? (Grand Rapids, MI: Zondervan, 1973), 120.